अगर आप भारत के टेलीकॉम सेक्टर को फॉलो करते हैं, तो HFCL का नाम आपने सुना ही होगा। यह कंपनी अब 5G रेवोल्यूशन में भी जोरदार भूमिका निभा रही है। हाल ही में HFCL को एक बड़ा ऑर्डर मिला है, ₹173.72 करोड़ का। यह ऑर्डर एक प्रमुख भारतीय टेलीकॉम कंपनी को 5G नेटवर्क के लिए इंडोर और आउटडोर टेलीकॉम उपकरण सप्लाई करने का है। सबसे खास बात? यह सारा सामान ‘मेड इन इंडिया’ है।

क्या है प्लान?
इस डील का काम सितंबर 2025 तक पूरा होना है। यह ऑर्डर HFCL के लिए बड़ी उपलब्धि है क्योंकि यह कंपनी अब प्रोजेक्ट-बेस्ड बिजनेस से आगे बढ़कर हाई-मार्जिन प्रोडक्ट्स पर फोकस कर रही है। FY25 के पहले नौ महीनों में HFCL के टेलीकॉम प्रोडक्ट्स सेगमेंट में 24% की ग्रोथ रही, जो कंपनी के कुल रेवेन्यू का 57% है। वहीं, टर्नकी कॉन्ट्रैक्ट्स का बिजनेस 15% घट गया।
HFCL का स्ट्रॉन्ग गेम
- 5G & Wi-Fi: HFCL भारत में Wi-Fi एक्सेस पॉइंट्स और UBR रेडियोज का टॉप मैन्युफैक्चरर है।
- ऑप्टिकल फाइबर: इस सेक्टर में भी कंपनी का बड़ा हाथ है।
- ग्लोबल रीच: 45+ देशों में 100 से ज्यादा क्लाइंट्स को सर्विस दे रही है, जिसमें Jio, Airtel, TATA और BSNL जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
स्टॉक का हाल-चाल
19 मई 2025 तक, HFCL का शेयर प्राइस Rs 89.76 पर था। पिछले साल यह स्टॉक -7.08% का रिटर्न दे चुका है, लेकिन 3 साल का रिटर्न 36.41% है। कुछ मुख्य डेटा:
पैरामीटर | वैल्यू |
---|---|
52-वीक हाई | Rs 161.75 |
52-वीक लो | Rs 74.12 |
मार्केट कैप | Rs 12,768 करोड़ |
P/E रेश्यो | 35.03 |
रिलायंस का भी दांव
दिलचस्प बात यह है कि रिलायंस ग्रुप की दो कंपनियाँ, Reliance Strategic Business Ventures (3.36%) और Reliance Ventures (1.57%), HFCL में हिस्सेदारी रखती हैं। यह HFCL के पोटेंशियल को दिखाता है।
क्या HFCL फ्यूचर के लिए तैयार?
कंपनी ने ऑप्टिकल फाइबर और केबल्स की प्रोडक्शन क्षमता बढ़ाने की योजना भी बनाई है। R&D पर मजबूत फोकस के साथ, HFCL टेलीकॉम और डिफेंस सेक्टर में नए प्रोडक्ट्स लाने की तैयारी में है।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Fiber" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।