भारत के पावर सेक्टर में Tata Power और Adani Power दो ऐसे नाम हैं जो हमेशा चर्चा में रहते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि ये दोनों कंपनियां अपने-अपने तरीके से देश को बिजली दे रही हैं? Tata Power जहां सौर ऊर्जा और पनबिजली जैसे क्लीन सोर्सेज पर जोर दे रही है, वहीं Adani Power अभी भी कोयले से चलने वाले बड़े पावर प्लांट्स पर भरोसा कर रही है।

Tata Power vs Adani Power
Tata Power
- स्थापना: 1919 (भारत की सबसे पुरानी पावर कंपनियों में से एक)
- कुल क्षमता: 25,668 MW (चालू + निर्माणाधीन)
- हरित ऊर्जा हिस्सा: 65% (देश में सबसे ज्यादा)
- विशेष परियोजनाएं:
- मुंद्रा अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (4,000 MW)
- 5,000 MW से अधिक की सौर परियोजनाएं
- 1,000 MW से अधिक की पवन ऊर्जा परियोजनाएं
Adani Power
- स्थापना: 1996 (लेकिन तेजी से बढ़ी)
- कुल क्षमता: 30,670 MW (चालू + निर्माणाधीन)
- हरित ऊर्जा हिस्सा: केवल 5% (अडानी ग्रीन के माध्यम से)
- विशेष परियोजनाएं:
- मुंद्रा थर्मल पावर स्टेशन (4,620 MW)
- तिरोदा थर्मल पावर प्रोजेक्ट (3,300 MW)
- रायगढ़ थर्मल पावर प्रोजेक्ट (1,600 MW)
वित्तीय प्रदर्शन
पैरामीटर | Tata Power | Adani Power |
---|---|---|
Q4FY25 रेवेन्यू | ₹17,096 करोड़ | ₹14,237 करोड़ |
सालाना वृद्धि | +7.88% | +6.53% |
तिमाही वृद्धि | +11.07% | +4.14% |
5 साल का CAGR | 12.3% | 18.7% |
विशेष नोट: Adani Power का लॉन्ग टर्म ग्रोथ रेट बेहतर है, लेकिन Tata Power का रिस्क प्रोफाइल कम है।
लाभप्रदता का सच
मैट्रिक | Tata Power | Adani Power |
---|---|---|
Q4FY25 नेट प्रॉफिट | ₹1,306 करोड़ | ₹2,599 करोड़ |
सालाना परिवर्तन | +24.85% | -5.04% |
ऑपरेटिंग मार्जिन | 15.2% | 18.7% |
नेट प्रॉफिट मार्जिन | 7.6% | 18.2% |
महत्वपूर्ण तथ्य: Adani Power का मार्जिन ज्यादा है क्योंकि उसके पास बड़े पैमाने के थर्मल प्लांट्स हैं, जबकि Tata Power का रिन्यूएबल सेगमेंट मार्जिन को प्रभावित करता है।
भविष्य की रणनीति
Tata Power की योजनाएं
- 2030 तक 30 GW क्षमता का लक्ष्य
- 60% हिस्सा रिन्यूएबल एनर्जी का
- 10,000 करोड़ रुपये का EV चार्जिंग नेटवर्क
- माइक्रोग्रिड और रूफटॉप सोलर पर फोकस
Adani Power की योजनाएं
- 2030 तक 45 GW क्षमता का लक्ष्य
- 20 GW थर्मल पावर का विस्तार
- 5 GW सोलर मैन्युफैक्चरिंग क्षमता
- अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में विस्तार
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
Tata Power के प्लस पॉइंट्स
स्थिर डिविडेंड इतिहास (0.49% यील्ड)
कम जोखिम वाला बिजनेस मॉडल
ESG (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) मानकों पर अच्छा प्रदर्शन
100+ साल का ट्रैक रिकॉर्ड
Adani Power के प्लस पॉइंट्स
तेज ग्रोथ की संभावना
बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था का लाभ
अडानी ग्रुप के अन्य बिजनेस के साथ सिनर्जी
सरकारी अनुबंधों में मजबूत उपस्थिति
विशेषज्ञों की राय
Tata Power के लिए:
“एक स्थिर और विविधीकृत पोर्टफोलियो वाली कंपनी जो लंबी अवधि के निवेशकों के लिए उपयुक्त है। रिन्यूएबल एनर्जी में इसका निवेश भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकता है।”
Adani Power के लिए:
“तेजी से बढ़ने वाली कंपनी जो भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने की अच्छी स्थिति में है। हालांकि, कोयले की कीमतों में उतार-चढ़ाव से इसका प्रभावित होना एक जोखिम है।”
अंतिम निष्कर्ष
अगर आप:
स्थिरता और नियमित आय चाहते हैं
पर्यावरण के प्रति जागरूक निवेशक हैं
कम जोखिम वाले स्टॉक पसंद करते हैं
Tata Power आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है
अगर आप:
हाई ग्रोथ के अवसर तलाश रहे हैं
बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में विश्वास रखते हैं
मध्यम से उच्च जोखिम उठा सकते हैं
Adani Power पर विचार कर सकते हैं
याद रखें: कोई भी निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर सलाह लें। बाजार में जोखिम हमेशा रहता है।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Fiber" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।